खोज कैसे की जाएगी?
एंटी-रेसिज़्म डेटा ऐक्ट के तहत, हमारा लक्ष्य विश्वास, पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाना है। इस के साथ ही, मूल निवासी लोगों (इंडीजनस पीपलज़) और नस्लीय समुदायों को होने वाले नुकसान को रोकना और कम करना भी महत्वपूर्ण है।
हमने एंटी-रेसिज़्म डेटा कमेटी और मूल निवासी लोगों के साथ मिल कर पांच प्रक्रियागत प्रतिबद्धताओं को विकसित करने के लिए सहयोग में काम किया। ऐक्ट के तहत यह प्रतिबद्धताएं प्रत्येक खोज परियोजनाओं पर लागू होती हैं।
मूल निवासी डेटा संप्रभुता (इंडीजनस डेटा सोवरनिटी)
मूल निवासी डेटा संप्रभुता और आत्मनिर्णय के लिए एक विशिष्टता-आधारित दृष्टिकोण द्वारा निर्देशित।
डेटा न्याय
डेटा न्याय इस बात को स्वीकार करता है कि डेटा में समुदायों को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ सामान्यता और सामाजिक न्याय बढ़ाने के लिए डेटा की शक्ति का प्रयोग हुआ है।
अंतरानुभाग्यता (इंटरसैकशनैलिटी)
किसी व्यक्ति को एक से अधिक प्रकार के भेदभाव और/या छोटा महिसूस कराए जाने का अनुभव हो सकता है।
नस्लवाद-विरोधी और लिंग आधारित दृष्टिकोण को बनाए रखते हुए खोज व्यक्ति की संपूर्ण पहचान पर आधारित होनी चाहिए।
पारदर्शिता
विश्वास बनाने के लिए, हमें डेटा संग्रह के उद्देश्य और उस से मिलने वाले लाभ के बारे में स्पष्ट तौर पर बताना चाहिए।
इसका मतलब यह है कि डेटा, कार्यप्रणाली और निष्कर्षों को कैसे और कब सांझा करना है, यह समझने के लिए समुदायों के साथ काम करना।
भागीदारी को जारी रखना
हम समुदायों और भागीदारों के साथ संबंध बनाना और उन्हे और मज़बूत करना जारी रखेंगे।
इस से सुनिश्चित रूप से मूल निवासी लोगों और अन्य नस्लीय व्यक्तियों की ज़रूरतें, अनुभव और जानकारी डेटा संग्रह और खोज का मार्गदर्शन करेंगे।
क्या आप जानते हैं?
1 जून, 2023 को, हमने एक प्रगति रिपोर्ट और खोज में श्रेणीबद्ध नस्ल और जातीय बदलाव के तत्वों का उपयोग करने पर एक प्रगति रिपोर्ट भी जारी की। अधिक जानने और दस्तावेज़ डाउनलोड करने के लिए पढ़ना जारी रखें।