नस्लवाद-विरोधी डेटा अधिनियम (एंटी-रेसिज़्म डेटा ऐक्ट)
2 मई, 2022 को हमने नस्लवाद-विरोधी डेटा अधिनियम पेश किया
2 जून, 2022 को यह अधिनियम एक कानून बन गया।
यह हमें सुरक्षित ढंग से व्यवस्थागत नस्लवाद से निपटने हेतु आवश्यक जानकारी एकत्र व इस्तेमाल करने में मदद करता है। इससे हमें अपने कार्यक्रमों की कमियों को पहचानने व ब्रिटिश कोलम्बिया में सभी को अधिक सुदृढ़ सार्वजनिक सेवाएं प्रदान करने में मदद मिलेगी।
ज़्यादा बेहतर करने का एक मौका
मूल निवासियों और नस्लीय समुदायों के साथ-साथ ब्रिटिश कोलम्बिया मानवाधिकार आयुक्त, फर्स्ट नेशन्स लीडरशिप काउंसिल, ब्रिटिश कोलम्बिया असोसिएशन ऑफ एबोरिजिनल फ्रेंडशिप सेंटर्स और मेटिस नेशन ब्रिटिश कोलम्बिया जैसे भागीदारों के साथ सहभागिता में ब्रिटिश कोलम्बिया में 13,000 से भी अधिक लोगों के विचारों के साथ इस कानून का जन्म हुआ था।
यह मूल निवासियों के साथ मिलकर सह-विकसित किए जाने वाले कानून के प्रथम भागों में से एक है तथा मूल निवासियों के अधिकार अधिनियम सम्बन्धी घोषणा-पत्र के अनुरूप है।
इस कानून को क्रियान्वित करने के साथ ही हम मूल निवासी व नस्लीय समुदायों के साथ काम करना जारी रखेंगे।
अधिनियम चार प्रमुख क्षेत्रों पर केंद्रित है:
मूल निवासियों के साथ इस तरह से निरंतर सहयोग को बनाए रखना जिस से बी.सी. में फर्स्ट नेशंस और मेटीस (Métis) समुदायों की विशिष्ट पहचान को मान्यता मिलती है
कानून को क्रियान्वित करने हेतु नस्लीय समुदायों के साथ काम करना। इसमें शामिल है एक प्रान्तीय नस्लवाद-रोधी डेटा समिति का गठन करना जो हमारे साथ इस सम्बन्ध में सहयोग कर सके कि डेटा को किस प्रकार एकत्र व इस्तेमाल किया जाए।
मूल निवासियों और नस्लीय समुदायों को होने वाले नुकसान को रोकने और कम करने के दौरान पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाना
वार्षिक आधार पर व समय-समय पर अधिनियम की समीक्षा करने सम्बन्धी डेटा को सरकार से जारी कराना।
अपने डेटा को सुरक्षित रखना
जून 2023 में हमने बी. सी. डेमोग्राफिक सर्वे की शुरुआत की। सर्वे में प्राप्त प्रतिक्रियाएँ नस्लवाद-रोधी डेटा अधिनियम के तहत व्यवस्थागत नस्लवाद को चिह्नित करके उसका समाधान करने के हमारे प्रयासों का समर्थन करती हैं।
इस अधिनियम के तहत हम सुनिश्चित करेंगे कि हमारे द्वारा एकत्र की जानेवाली कोई भी जानकारी सुरक्षित रूप से रखी जाए। सूचना की स्वतन्त्रता व निजा की सुरक्षा अधिनियम के तहत निजता व सुरक्षा सम्बन्धी सारी सुरक्षा एकत्र या इस्तेमाल की जाने वाली जानकारी पर लागू होगी।
डेटा के इस्तेमाल से व्यवस्थागत नस्लवाद को चिह्नित करने की शुरुआत करके हम ब्रिटिश कोलम्बिया के डेटा इनोवेशन प्रोग्राम और अंतर्राष्ट्रीय रूप से मान्य निजता व सुरक्षा पाँच मॉडल का इस्तेमाल करके इस जानकारी को सुरक्षित रखेंगे।
फाइव सेफ्स मॉडल निम्न द्वारा डेटा तक पहुँचने या अनुपयुक्त रूप से उपयोग किए जाने के जोखिम को कम करता है:
- डेटा से व्यक्तिगत रूप से पहचानी जाने योग्य जानकारी को हटाना
- डेटा को सुरक्षित रूप से एकीकृत करने के लिए सुरक्षित तकनीक का उपयोग करना
- केवल उन परियोजनाओं को अधिकृत करना जिनका स्पष्ट रूप से सार्वजनिक लाभ है और जिन से व्यक्तियों या समुदायों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता है
- केवल अधिकृत व्यक्तियों को पहुँच प्रदान करना
- परिणामों व रिपोर्टों में निजता की अतिरिक्त सुरक्षा सुनिश्चित करना ताकि लोगों को अलग-अलग चिह्नित न किया जा सके।
एंटी-रेसिज़्म डेटा कमेटी से मिलें
23 सितम्बर, 2022 को हमने 11 सदस्यों की घोषणा की जिसमें नस्लवाद-रोधी डेटा समिति की पीठ भी शामिल थी।