विधान का इतिहास

बी. सी. में नस्लवाद से निपटने के लिए कार्य करना

ब्रिटिश कोलम्बिया का इतिहास, उसकी पहचान व ताकत का मूल उसकी विविध जनसंख्या में है। फिर भी मूल निवासी व नस्लीय पहचान वाले लोगों को उन पुरातन व वर्तमान बाधाओं का सामना करना पड़ता है जो उन्हें अपने समुदायों, कार्यस्थलों, सरकार व जीवन में उनकी पूर्ण रूप से सहभागी होने से रोकती हैं।

नस्लवाद विरोधी डेटा अधिनियम

हम कड़ी मेहनत से काम कर रहे हैं ताकि बी. सी. को सभी के लिए अधिक सम्यक, समावेशी और स्वागत-योग्य प्रान्त बना सकें। नस्लवाद-रोधी डेटा अधिनियम से हमें व्यवस्थागत नस्लवाद की पहचान करके उससे निपटने व अपने कार्यक्रमों में व्याप्त विषमताओं को दूर करने में मदद मिलेगी।

जून 2022 को कानून बनने वाला यह कानून एक महत्वपूर्ण उपकरण होगा जो बी.सी. सरकार और इंडिजनस लोगों और नस्लीय समुदायों को कार्रवाई और परिवर्तन चलाने के लिए बेहतर जानकारी देगा।

कानून की आवश्यकता क्यों है?

हम जानते हैं कि व्यवस्थागत नस्लवाद हमारी नीतियों व कार्यक्रमों सहित हर जगह मौजूद है, और इसे बदलने की ज़रूरत है। यद्यपि अपने कार्यक्रम उपलब्ध कराने के लिए हम कुछ व्यक्तिगत जानकारी एकत्र करेंगे, लेकिन हम पहचान से जुड़े सवाल नहीं पूछेंगे। इसका अर्थ है कि हमें नहीं पता होगा कि असल में कहां पर लोगों को बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है।

यह कानून हमें सुरक्षित रूप से जानकारी एकत्र करने के आवश्यक साधन उपलब्ध कराता है। इससे हमें कमियों की पहचान करने और बी. सी. में सभी के लिए हमारे कार्यक्रमों को सुदृढ़ बनाने में मदद मिलेगी।

समुदायों की सुनना

मूल निवासी और नस्लीय समुदाय काफी समय से हमें इस बारे में कहते रहे हैं कि जिस प्रकार से हम नस्ल-आधारित डेटा को एकत्र, इस्तेमाल व खोजते हैं, उसे कैसे बेहतर बनाया जा सकता है।

इन समुदायों ने कहा है कि शिक्षा, स्वास्थ्य, आवासन व नगर व्यवस्था जैसी सार्वजनिक सेवाओं में उनके सामुदायिक सदस्यों के अनुभवों को समझने के लिए उन्हें बेहतर जानकारी चाहिए ताकि व्यवस्थागत नस्लवाद को चिह्नित करके उससे निपटा जा सके। हमने समुदायों की बात सुनी जब उन्होंने हमसें यह कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कानून की आवश्यकता है कि जानकारी को इस तरह से एकत्र करके रखा व इस्तेमाल किया जाए जो सांस्कृतिक रूप से सुरक्षित भी हो और उससे नुकसान भी न पहुंचे।

भागीदारों की प्रतिक्रिया

मानवाधिकार आयुक्त ने इस मुद्दे को डिसऐग्रीगेटेड डेमोग्राफिक डेटा कलेक्शन इन ब्रिटिश कोलंबिया : द ग्रैंडमदर पर्सपेक्टिव (Disaggregated Demographic Data Collection in British Columbia: The Grandmother Perspective) में रेखांकित भी किया है। इस रिपोर्ट में समुदायों के साथ मिलकर काम करने के महत्त्व पर ज़ोर दिया गया है जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनकी व्यक्तिगत जानकारी को एकत्र करने व उसके इस्तेमाल में वे भी शामिल हों ताकि मौजूदा व्यवस्थागत मसलों को और बिगड़ने से रोका जा सके।