हम मूल निवासियों के साथ कैसे काम कर रहे हैं
एंटी-रेसिज़्म डेटा एक्ट का हर हिस्सा मूल निवासियों और अन्य नस्लीय समुदायों के साथ मिल कर तैयार किया गया था।
जैसे-जैसे इस काम में हम आगे बढ़ेंगे, इस ऐक्ट का प्रत्येक भाग मूल निवासियों और अन्य नस्लीय समुदायों के साथ मिल कर तैयार किया जाता रहेगा।
हम कार्यक्रमों और सेवाओं में प्रणालीगत नस्लवाद को संबोधित करने के लिए फर्स्ट नेशंस, मेटीस (Métis) और इनुइट लोगों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
नस्लवाद विरोधी डेटा अधिनियम (एंटी-रेसिज्म डेटा एक्ट) हमें प्रणालीगत नस्लवाद को संबोधित करने और नस्लीय बराबरी को आगे बढ़ाने में मदद करने के लिए व्यक्तिगत जानकारी एकत्र करने और उपयोग करने में सक्षम बनाता है।
मूल निवासी डेटा संप्रभुता (इन्डिजनस डेटा सोविरिनिटी) को पहचानना नस्लवाद-विरोधी डेटा अधिनियम (एंटी-रेसिज्म डेटा एक्ट) के तहत मूल निवासी शासकीय संस्थाओं (इंडीजनस गॉवर्निंग एनटिटीज़) के साथ चल रहे परामर्श का एक अनिवार्य हिस्सा है। हम एक्ट के तहत विकसित डेटा की सभी पहलकदमियों पर मूल निवासी सरकारों के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे, जिनमें शामिल हैं:
- डेटा कैसे और उस में क्या एकत्र किया जाता है, डेटा के लिए इसका मार्गदर्शन करने के लिए निर्देश और उस के स्तर
- उन मुद्दों पर हमारे प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए खोज प्राथमिकताएं जो फर्स्ट नेशंस, मेटीस (Métis) और इनुइट लोगों और अन्य नस्ली समुदायों के लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं
- आंकड़ों या अन्य सूचनाओं को जारी करना ताकि समुदायों को हमारे द्वारा प्रकाशित किसी भी जानकारी के बारे में पता हो
यह अधिनियम मूल निवासी अधिकार घोषणा अधिनियम (डिक्लेयरेशन ऑफ द राइट्स ऑफ इंडीजनस पीपल्स एक्ट) के तहत मेल-मिलाप (रिकंसिलिएशन) की दिशा में हमारे कार्य का समर्थन करता है।
प्रगति अपडेट – जून 2025

मूल निवासियों की पहचान के लिए एक नया डेटा स्टैंडर्ड तैयार करना
वसंत 2023 में, मूल निवासियों ने सरकारी कार्यक्रमों में प्रणालीगत नस्लवाद को संबोधित करने के हमारे प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कई एंटी-रेसिज्म शोध प्राथमिकताओं की सिफारिश की। साथ ही, मूल निवासियों ने इस कार्य के लिए भेदभाव-आधारित दृष्टिकोण अपनाने के महत्व पर भी प्रकाश डाला। इसका मतलब है कि हमारा नस्लवाद विरोधी शोध इस तरह से किया जाना चाहिए जो फर्स्ट नेशंस, मेटिस और इनुइट लोगों के विशिष्ट अधिकारों को स्वीकार करे, उनका सम्मान करे और उन्हें बनाए रखे।
2024 की शुरुआत से ही हम मूल निवासी भागीदारों के साथ मिलकर एक नया डेटा स्टैंडर्ड बनाने पर काम कर रहे हैं। यह इस बात का मार्गदर्शन करेगा कि सरकार मूल निवासियों की पहचान के बारे में जानकारी कैसे एकत्र करती है और उसका उपयोग कैसे करती है।
यह नया स्टैंडर्ड 2007 में शुरू किए गए एबऑरिजिनल एडमिनिस्ट्रेटिव डेटा स्टैंडर्ड की जगह लेगा, जो अब पुराना हो चुका है। स्टैंडर्ड में बदलाव से निम्नलिखित में मदद मिलेगी:
- एक मानकीकृत दृष्टिकोण बनाना और मंत्रालयों और प्रांतीय एजेंसियों द्वारा मूल निवासियों की पहचान के बारे में डेटा एकत्र करने के तरीके के बारे में सुसंगत मार्गदर्शन प्रदान करना
- भाषा को “आदिवासी” के बजाय “मूल निवासी ” में बदलें, सिवाय उन जगहों के जहां इस शब्द का विशिष्ट कानूनी अर्थ हो, जैसे कि संविधान में
- डेटा संग्रह के लिए एक डिस्टिंक्शन (भेद)-आधारित दृष्टिकोण प्रस्तुत करना जो फर्स्ट नेशंस, मेतिस और इनुइट लोगों की विशिष्ट पहचान को मान्यता देता हो
यह नया मानक असंगत और हानिकारक डेटा संग्रहण प्रथाओं को कम करने में मदद करेगा, साथ ही मूल निवासियों की डेटा संप्रभुता और आत्मनिर्णय का समर्थन करेगा।
हम मूल निवासियों के साथ परामर्श कर रहे हैं और इस नए स्टैंडर्ड को आकार देने के लिए अन्य भागीदारों के साथ काम कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि अगले साल नए स्टैंडर्ड और उसके साथ आने वाले दिशा-निर्देश प्रकाशित हो जाएंगे, और हम कार्यान्वयन का समर्थन करने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
दिशा-निर्देश इस बात पर केंद्रित होंगे कि जनसांख्यिकीय जानकारी को किस तरह से इकट्ठा, इस्तेमाल और प्रकट किया जाए जो सांस्कृतिक रूप से सुरक्षित हो और नुकसान को रोके।
डेटा स्टैंडर्ड क्या है?
डेटा स्टैंडर्ड यह सुनिश्चित करने में मदद करते हैं कि सरकार एक सुसंगत तरीके से डेटा एकत्र करे।
एंटी-रेसिज्म डेटा एक्ट के तहत बनाए गए मानक यह मार्गदर्शन करेंगे कि हम प्रणालीगत नस्लवाद की पहचान करने और उसे समाप्त करने तथा नस्लीय समानता को बढ़ावा देने के लिए कौन सी व्यक्तिगत जानकारी एकत्र कर सकते हैं।
मूल निवासियों की डेटा संप्रभुता और आत्मनिर्णय का समर्थन करना
डिक्लेयेरशन एक्ट एक्शन प्लान की कार्रवाई 3.14 के तहत, हम मूल निवासियों की डेटा संप्रभुता और आत्मनिर्णय के लिए भेदभाव-आधारित दृष्टिकोण द्वारा निर्देशित, अलग-अलग जनसांख्यिकीय डेटा के संग्रह और उपयोग को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसमें फर्स्ट नेशंस डेटा गवर्नेंस स्ट्रेटेजी के साथ संरेखण में फर्स्ट नेशंस-शासित और अनिवार्य क्षेत्रीय सूचना शासन केंद्र की स्थापना का समर्थन करना शामिल है।

मूल निवासियों ने कहा कि हम इस कार्रवाई को एंटी-रेसिज्म डेटा एक्ट के तहत अनुसंधान प्राथमिकता के रूप में पहचान कर अपने प्रयासों की पुष्टि करें।
रीजनल इन्फॉर्मेशन गवर्नेंस सेंटर पर काम का नेतृत्व बीसी फर्स्ट नेशंस द्वारा फर्स्ट नेशंस लीडरशिप काउंसिल (FNLC) और फर्स्ट नेशंस डेटा गवर्नेंस वर्किंग ग्रुप के माध्यम से किया जा रहा है। बीसी सरकार इस केंद्र को बनाने की गतिविधियों पर एफएनएलसी और वर्किंग ग्रुप का समर्थन कर रही है।
रीजनल इन्फॉर्मेशन गवर्नेंस सेंटर फर्स्ट नेशंस सरकारों को शासन के लिए डेटा तक पहुंच और उपयोग करने तथा डेटा संप्रभुता और आत्मनिर्णय के अपने अधिकारों के अनुसार अपने स्वयं के डेटा की सुरक्षा करने में सक्षम बनाकर प्रणालीगत मूल्य का सृजन करेगा।
यह केंद्र बी.सी. सरकार और अन्य संगठनों के साथ-साथ देश भर के अन्य केंद्रों के साथ मिलकर काम करेगा, ताकि फर्स्ट नेशंस के आंकड़ों के मानकीकृत संग्रह, विश्लेषण और प्रावधान के लिए नए और नैतिक मार्गों को क्रियान्वित किया जा सके, जो फर्स्ट नेशंस की सभी सरकारों द्वारा शासित होंगे।
कार्य का पहला चरण चल रहा है, जिसमें फर्स्ट नेशंस लीडरशिप काउंसिल के नेतृत्व में निम्नलिखित कदम शामिल हैं:
- 11 राष्ट्रों के नेतृत्व में डेटा परियोजनाओं का चयन, जिसके परिणामस्वरूप ऐसे उपकरण और उत्पाद तैयार होंगे जो सभी फर्स्ट नेशंस को लाभान्वित करेंगे
- डेटा कैपेसिटी आवश्यकता-मूल्यांकन में भाग लेने वाले देशों को निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान करना
- आधारभूत डिजिटल अवसंरचना के रूप में “बिल्ड यूअर ओन डेटा सेंटर” विकसित करना, ब्रिटिश कोलंबिया में “बिल्ड यूअर ओन डेटा सेंटर” प्लेटफॉर्म तक शीघ्र पहुंच प्राप्त करने के लिए इन्वाइटिंग फर्स्ट नेशंस (डीओसी), ताकि उपयोगकर्ता परीक्षण और उन्नत डेटा उपकरणों और अवसंरचना तक पहुंच का लोकतंत्रीकरण किया जा सके।

खोज की प्राथमिकताएं
मई 30 2025 को, हमने 2025-2027 के लिए अनुसंधान प्राथमिकताएं प्रकाशित कीं। ये अगले दो वर्षों में हमारे नस्लवाद विरोधी और समान्यता के बारे खोज का मार्गदर्शन करने में मदद करेंगी।
सभी बी.सी. फर्स्ट नेशंस और मेटीस (Métis) नेशन बी सी को खोज प्राथमिकताओं को विकसित करने में मदद करने के लिए आमंत्रित किया गया था।
संबंधों का निर्माण
हम फर्स्ट नेशंस, मेटीस (Métis) और इनुइट समुदायों के साथ स्थायी मेल-मिलाप (रिकंसिलिएशन) के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इस काम का समर्थन करने के लिए, हम मूल निवासी सरकारों के साथ एक्ट या डेटा से संबंधित रुचि के विषयों के बारे में खुली और पारदर्शी चर्चा के लिए जगह बनाने के लिए मासिक डेटा सर्कल आयोजित करते हैं, क्योंकि यह मूल निवासी समुदायों से संबंधित है। बी.सी. में सभी फर्स्ट नेशंस के साथ-साथ मेटीस (Métis) नेशन बी सी को इन बैठकों में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जाता है।

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एंटी-रेसिज़्म डेटा एक्ट बनाने के लिए हमने फर्स्ट नेशंस और मेटीस (Métis) लोगों के साथ मिल कर कैसे काम किया, इस बारे में अधिक जानने के लिए पढ़ना जारी रखें।